प्रौद्योगिकी हस्तान्त्रण
गन्ना उत्पादन प्रणाली के विभिन्न पहलुओं पर प्रौद्योगिकी हस्तान्त्रण इस संस्थान के अधिदेशों में एक महत्वपूर्ण कार्य है जिसे दूसरे विभागों/अनुभगों के क्रियात्मक सहयोग से विस्तार अनुभाग द्वारा समन्वित किया जा रहा है। प्रौद्योगिकी हस्तान्त्रण कार्य को निमन्नलिखित विधियों से संपन्न किया जाता है :-
- किसान के खेतों में अगली पंक्ति के प्रदर्शन द्वारा
- खेत दिवसों और किसानों-विज्ञानिकों की पारस्परिक वार्तालाप सभाओं या फोकस समूहों द्वारा
- गन्ना विकास कर्मचारियों, राज्य सरकार अधिकारियों, किसानों और दूसरी ऐजेंसियों के लिये राष्ट्रीय स्तरीय/राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों द्वारा
- किसानों की भागीदारी वाले क्रियाशील अनुसंधान कार्यक्रमों द्वारा (FPARP)
- किसान मेलों और प्रदर्शनीयों द्वारा
- विस्तार पैम्फलैट्स और तकनीकी बुलिटन्स के प्रकाशनों द्वारा
- जन सम्पर्क के माध्यमों जैसेकि रेडियो टाक्स, टी.वी. प्रोग्रामों, समाचार पत्रों और अन्य मंचों पर कार्यक्रमों द्वारा
- किसानों और दूसरे लोगों को कम लागत पर मल्टी-मीडिया सी.डी. को बनाकर वितरित करना
- किसानों और गन्ना विकास कर्मचारियों की आवश्यक्ताओं को पूरा करने के लिये उपयोक्ता केन्द्रित वैबसाईट बनाकर
प्रौद्योगिकीयों के हस्तान्त्रण के लिये सरकारी ऐजेंसियों द्वारा संस्थान को निमन्नलिखित परियोजनओं के अन्तरगत निधित किया जा रहा है :-
- गन्ना उत्पादन प्रौद्योगिकी में हुई हाल ही की प्रगति पर आदर्श प्रशिक्षण पाठ्यक्रम - कृषि मंत्रालय/भारत सरकार द्वारा निधित
- अगली पंक्ति के प्रदर्शन - कृषि मंत्रालय/भारत सरकार द्वारा निधित
- गन्ना उत्पादन प्रौद्योगिकीयों पर राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम - कृषि मंत्रालय/भारत सरकार द्वारा निधित
- किसानों की भागीदारी वाले क्रियाशील अनुसंधान कार्यक्रमों द्वारा गन्ना प्रौद्योगिकीयों की अनुकूलनशीलता के मूल्यांकन के लिये - जल संसाधन मंत्रालय/केन्द्रीय जल आयोग निधित
प्रशिक्षण कार्यक्रमों/प्रदर्शमियों और दूसरी सभाओं के बारे में चीनी मिलों और जन सम्पर्क माध्यमों द्वारा समय समय पर सूचित किया जाता रहेगा। इस बारे में इस वैब साईट पर भी बताया जाता रहेगा।