दूसरे सहायक अनुभाग
नियमित विभागों और अनुभागों के अलावा, गन्ना प्रजनन संस्थान को निमन्नलिखित अनुभागों की, इसके ठीक ठाक ढंग से कार्य करने में, सहायता मिलती है:-
AKMU
कृषि ज्ञान प्रबन्धन इकाई (Agriculture Knowledge Management Unit- AKMU)
कृषि ज्ञान प्रबंधन इकाई, जिसे पहले एरिस सैल (ARIS Cell) के नाम से जाना जाता था, को वर्श 1996 के दौरान स्थापित किया गया और यह सांख्यिकी अनुभाग के अन्तरगत कार्य करती है। इस संस्थान ने 100 नोड्स वाली लैन (एल.ए.एन.) शुरु की है जिसमें 100 एमबीपीएस इन्टरनैट की संयोजकता है जिसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्राल्य द्वारा राष्ट्रीय ज्ञान नेट वर्क के अन्तरगत राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के समन्वय से चलाया जा रहा है। यह इकाई संस्थान की वैब साईट को देखरेख व नवीनी करण का घ्यान रखती है।
इस अनुभाग के प्रभारी: डा0 आर. बालकृष्णन, प्रधान विज्ञानिक (सांख्यिकी)
तकनीकी अधिकारी:श्रीमति डी. सुभद्रा (टी. 7-8), सहप्रमुख तकनीकी अधिकारी और श्री एस. करुप्पासामी (टी. 3) कम्प्यूटर सहायक हैं
पुस्तकालय
पुस्तकालय
पुस्तकालय संस्थान के अनुसंधान और विकास गतिविधियों के लिये सूचनाऐं उपलब्ध कराता है। पुस्तकालय में 11,896 किताबें हैं जिनमें जॅरनलों के खण्ड, जिनके अलावा मुफत प्रकाशन, जैसे कि वार्षिक प्रतिवेदन, समाचारपत्र, विज्ञानिक और तकनीकी प्रकाशन, इत्यादि जिन्हें भारतीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से प्राप्त किया गया।
पुस्तकालय चैदंह विदेशी और 35 भारतीय जॅरनलों तथा भारतीय कृषि आंकड़ों पर दो आनलाईन डाटाबेसों (सी.ए.बी. एबस्ट्रैक्टस और इंडियाएैग्रीस्टैट.कोम) का ग्राहक है। अनुरोध पर पुस्तकालय वत्र्तमान जागरुक्ता, सी.डी. और आनलाइन खोज, स्कैनिंग और फोटोकापी करने की सेवायें उपयोगकत्र्ताओं को प्रदान करता है। पुस्तकालय में सी.इआर.ए. के द्वारा (जिसे राष्ट्रीय कृषि नवपरिवर्तन परियोजना के अन्तरगत भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के समन्वय द्वारा चलाया जा रहा है) ई-जरनलों को देखा जा सकता है। पुस्तकालय अपनी लेख-अनुरोध सेवा द्वारा उपयोगकत्र्ताओं को अनुसंधान लेखों की वास्तविक नकल प्रदान करता है।
हमारा पुस्तकालय निमन्नलिखित आन लाइन डाटाबेसों/ जरनलों का ग्राहक है:-
- सी.ए.बी. एबस्ट्रैक्टस (1973 से अब तक)
- भारतीय कृषि साख्यिकी डाटाबेस
- आई.एस.एस.सी.टी. की कार्यवाही (गन्ना प्रौद्योगिकीविदों की अन्तरराष्ट्रीय समिती)
- सी.इआर.ए. के द्वारा विले-ब्लैक के जरनल (80 के करीब)
RCMU
अनुसंधान समन्वय प्रबंधन इकाई
प्रभारी: डा0 सी. पलनीस्वामी, प्रधान विज्ञानिक
मुख्य गतिविधियां:
- संस्थान की अनुसंधान समिति (IRC) की मीटिंगों को आयोजित करना
- अनुसंधान परामर्श समिति (RAC) की मीटिंगों को आयोजित करना
- क्यू.आर.टी. (QRT) की मीटिंगों को आयोजित करना
- निदेशक की आवश्यक्ता अनुसार परियोजना निरीक्षण और दूसरी सेवाओं को प्रदान करना
तकनीकी सैल
तकनीकी सैल
मुख्य गतिविधियां
- तकनीकी मामलों में यह सैल संस्थान और आई.सी.ए.आर. (ICAR) मुख्यालय के बीच रोजाना के पत्र व्यवहार के लिये सम्पर्क का काम करता है
- यह सैल संस्थान और बाहरी संस्थानों, जिसमें चीनी मिलें, किसान और दूसरी अनुसंधान संस्थायें शामिल हैं, के बीच सम्पर्क का काम करता है
- यह सैल संस्थान की सभी चल रही और पूरी हो गई परियोजनाओं के आर.पी.एफ. (अनुसंधान परियोजना फार्मों) अनुरक्षित करता है
- बाहरी अनुदानित योजनाओं की सभी फाइलों और उनके बारे में हुए पत्र व्यवहार को यह अनुभाग अनुरक्षित करता है
- परामर्शी सेवाओं के इकरार नामे इस अनुभाग के द्वारा भेजे जाते हैं
- संस्थान द्वारा विद्यार्थियों, जो छोटी अवधि के अनुसंधान परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं और विभिन्न विश्वविद्याालयों द्वारा प्रस्तुत किये गये पी.एचडी. कार्यक्रमों के लिये अनुसंधान कर रहे हैं, को दी जाने वाली शैक्षणिक सेवाओं को समन्वित करना
- यह अनुभाग प्रजनक बीज उत्पादन और उसका चीनी मिलों और किसानों को वितरित करने में निरीक्षिक और सहायक का कार्य करता है
- संस्थान की सभी बैठकें और सप्ताहिक सेमिनार इसी अनुभाग द्वारा आयोजित किये जाते हैं
प्रशास्निक अनुभाग
प्रशास्निक अनुभाग
प्रशास्निक अधिकारी: श्री जी. असोकुमार
प्रशास्निक इकाई के निमन्नलिखित उपअनुभाग हैं:
- संस्थापन
- रोकड़ एवं बिल
- भंडारण
- सम्पदा (सुरक्षा और सिविल)
वित्तीय
वित्त एवं लेखा अनुभाग
वरिष्ठ वित्त एवं लेखा अधिकारी: श्री के.के. हम्ज़ा
उप लेखा अधिकारी:मिस एम.आर. श्रीदेवी
फार्म अनुभाग
फार्म अनुभाग
संस्थान के पास कुल 80.09 है0 का क्षेत्र है जिसमें खेत, प्रयोगशालायें और कार्यालय भवन है। खेतों का 54.98 है0 क्षेत्रफल तीन परिसरों, नामशः मुख्य परिसर में 7.28 है0, ई.सी.सी. में 28.50 है0 एवं अतिक्ति क्षेत्र 17.20 है0 और वी.पी.टी. 2.0 है0, में स्थित है।