हाल ही की अनुसंधान उपलब्धियां - पादप प्रजनन
हाल ही की प्रजातियां
हाल ही की प्रजातियां (सम्पर्कों/प्रजातियों के नामों पर विवरण के लिये खटखट करें)
प्रजाति नाम | वर्ग | किस क्षेत्र के लिये उपयोगी | लोकार्पण का वर्ष |
Co 06030 | मध्यम देर | पूर्व तट्टवर्ती | 2013 |
Co 06027 | अगेती | प्रायद्विपीय | 2013 |
Co 0237 (करण-8) | अगेती | उत्तर पश्चिमी | 2012 |
Co 05011 (करण-9) | मध्यम देर | उत्तर पश्चिमी | 2012 |
Co 0403 ((समृद्धि)) | अगेती | प्रायद्विपीय | 2012 |
दूसरी प्रजातियों का लोकार्पण
दूसरी प्रजातियों का लोकार्पण
- दो नई प्रजातियों नामशः को. 0218 (श्रेयास), एकक आशाजनक मध्यम देरी वाली प्रजाति और को. 0314, एकक अगेती प्रजाति को भारत के प्रायद्विपीय क्षेत्र के लिये 2010 में लोकार्पित किया गया
- दो नई प्रजातियां नामशः को. 0124 (करण-5), एकक आशाजनक मध्यम देरी वाली प्रजाति और को. 239 (करण-6), एकक उच्च रस गुणवत्ता वाली अगेती प्रजाति को भारत के उपोषणकटिबंधीय/उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के लिये 2010 में लोकार्पित किया गया।
- दो नई उच्च रस गुणवत्ता वाली अगेती प्रजातियों नामशः को. 0118 (करण-2) और को. 238 को भारत के उपोषणकटिबंधीय क्षेत्र के लिये 2009 में लोकार्पित किया गया।
- दो नई प्रजातियों नामशः को. 0232 और को. 233 को बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश में व्यवसायिकक खेती के लिये 2009 में लोकार्पित किया गया।
को. गन्ने
आशाजनक को. गन्नों की पहचान
चार परीक्षण केन्द्रों से कुल 36 आशाजनक कृन्तकों को 2013 के दौरान को. नम्बर दिये गये जिनमें से 20 को कोयम्बततूर में, 2 को उगर खुर्द (उत्तर कर्नाटक) में, 10 चगुल्लू (तट्टीय आन्ध्र प्रदेश) में और 4 को करनाल (उत्तर पश्चिमी क्षेत्र) में विकसित किया गया था। इन आशाजनक चयनों के प्रदर्शन संकेतकों को इस सम्पर्क तालिका में दिया गया है।
वर्ष 2012 के दौरान 29 कृन्तकों को बेहतर पहचाना गया। इन पहचाने गये कृन्तकों में से 8 अगेती (को. 12001 से 12008) और 17 मध्यम देरी वाले (12009 से 12025) कृन्तक कोयम्बत्तूर से थे। करनाल से 2 अगेती (को. 12026 और 12027) और 2 मध्यम देरी वाले (12028 से 12029) कृन्तकों को पहचाना गया। मानकों के मुकाबले इन कृन्तकों का मानकों के मुकाबले प्रदर्शन इस सम्पर्क तालिकाओं में देखा जा सकता है।
वर्ष 2011 के दौरान 27 को. गन्नों को बेहतर पहचाना गया। कोयम्बत्तूर में मूल्यांकन के आधार पर इन पहचाने गये कृन्तकों में से 4 अगेती और 11 मध्यम देरी वाले कृन्तकों को को. स्तर दिया गया। रस में शर्करा व गन्ना उत्पादन के मापकों के आधार पर 300 दिनों पर को. 11001 से को. 11004 को अगेती प्रविष्टियों के रूप में पहचाना गया। मध्यम देरी वाली प्रविष्टियों, को. 11005 से को.11015 तक, 360 दिनों पर रस में शर्करा व गन्ना उत्पादन के मापकों के आधार पर पहचाना गया। उगर खुर्द (उत्तरी कर्नाटक) के अंतिम कृन्तक परीक्षण के आधार पर 3 को अगेती और 7 को मध्यम देरी वाले कृन्तकों को को. नम्बर दिये गये। इन अगेती प्रजातियों के को. नम्बर थे को. 11016, को. 11017 और को. 11018 थे जबकि मध्यम देरी वालों के को नम्बर को. 11019 से को. 11025 तक थे। करनाल से 2 मध्यम देरी वाले कृन्तकों को को. 11026 और को. 11027 नम्बर दिये गये। इन कृन्तकों के प्रदर्शन को इस सम्पर्क तालिकाओं में देखा जा सकता है।