- डा0 आर.विश्वनाथन, प्रधान विज्ञानिक (पादप रोग विज्ञान) और अध्यक्ष फसल सुरक्षा विभाग को उनके पादप सुरक्षा के क्षेत्र में अभूवपूर्व योगदान के लिये ‘डा0 एम. पुत्तरुदरिआह स्मृति निधि राष्ट्रीय पुरस्कार - 2012’ दिया गया।
- गन्ना प्रजनन संस्थान को इनके "CaneInfo - All about Sugarcane" वैब पोर्टल के विकास के लियेeWorld Public Choice Award(जिसे ईवल्र्ड द्वारा स्थापित किया गया है) की सर्वश्रेष्ठ टेली-केन्द्र अगुआई श्रेणी में, सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं में एक होने के लिये, अगस्त 2, 2011 को पुरस्कृत किया गया।
- डा0 श्रीमति बी. परमेस्वरी, विज्ञानिक (पादप रोग विज्ञान), क्षेत्रीय केन्द्र, करनाल को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा ‘जवाहर लाल नेहरू पुरस्कार’ से, कृषि और सम्बद्ध विज्ञानों - 2010 में उनके पी.एचडी. के थीसिस के लिये पुरस्कुत किया गया। यह सम्मान उन्हें 16 जुलाई, 2011 को आई.सी.ए.आर. के 83वें स्थापना दिवस समारोह में मिला, जिसे एन.ए.एस.सी. कम्पलैक्स, नई दिल्ली में आयाजित किया गया था।
- डा0 एन. विजयन नायर, निदेशक, गन्ना प्रजनन संस्थान को उनके भारतीय चीनी उद्योग के विकास में अभूतपूर्व योगदान के लिये ‘जीवन काल उपलब्धि सम्मान’ प्रदत किया गया। यह सम्मान भारत गन्ना टैक्नालोजिस्ट संघ (एस.टी.ए.आई.) द्वारा एस.टी.ए.आई. और डी.एस.टी.ए. के 10वें संयुक्त सम्मेलन, जिसे 2-5 जुलाई 2011 को पुणे में आयोजित किया गया, में मिला।
- डा0 बक्शी राम, अध्यक्ष, क्षेत्रीय केन्द्र, करनाल को “NOEL DEERR GOLD MEDAL” भारत गन्ना टैक्नालोजिस्ट संघ (एस.टी.ए.आई.) द्वारा प्रदत किया गया। यह सम्मान उन्हें भारत गन्ना टैक्नालोजिस्ट संघ (एस.टी.ए.आई.) द्वारा उनके ‘गन्ने में बेहतर शर्करा स्तर के लिये प्रजनन - उपब्धियां एवं संभावनायें’ पर व्याख्यान के लिये एस.टी.ए.आई. और डी.एस.टी.ए. के 10वें संयुक्त सम्मेलन, जिसे 2-5 जुलाई 2011 को पुणे में आयोजित किया गया, में मिला।
- डा0 पी. गोविन्दराज, वरिष्ट विज्ञानिक (पादप प्रजनन) को उनके गन्ना अनुसंधान में अभूतपूर्व योगदान के लिये दूसरे ‘सर टी.एस. वैंक्टरमन सम्मान’ से पुरस्कृत किया गया, जिसे मै0 ई.सी.ओ. संस्थाप्ना-यू.एस.ए. द्वारा प्रायोजित किया गया था। उन्हे संस्थान के स्थापना दिवस समारोहों के दौरान अक्तूबर 2010 में नकद पुरस्कार और प्रशंसात्मक उल्लेख प्रदान किया गया।
- डा0 एस. अरविन्द को गन्ने में ‘गन्ने की प्रजातियों में क्राई1ए.बी और एप्रोटिनिन के लिये कोड करने वाली जीनों की शाखा बेधक प्रतिरोधिता के लिये आनुवांशिक इन्जीनियरिंग’ पर सर्वोत्तम पी.एचडी. थीसिस (दिशानिर्देशक: डा0 एम.एन. प्रेमचन्द्रन, अध्यक्ष फसल सुधार विभाग) के लिये दूसरे ‘सर टी.एस. वैंक्टरमन सम्मान’ से पुरस्कृत किया गया। उन्हें संस्थान के स्थापना दिवस समारोहों के दौरान अक्तूबर 2010 में नकद पुरस्कार और प्रशंसात्मक उल्लेख प्रदान किया गया।
- तमिल नाडू कृषि विश्वविद्याल्य, कोयम्बत्तूर द्वारा 9-10 जून, 2010 को आयोजित राज्य स्तरीय किसान दिवस पर लगाई गई प्रदर्शनी में संस्थान के मण्डप को सर्वोत्तम स्टाल पुरस्कार मिला।
- डा0 एन. विजयन नायर, निदेशक को 13.04.2010. से व्यवसायिक फसलों, नामशः कपास, गन्ना, तम्बाकू, पटसन व सम्बंधित रेशे वाली फसलें, वाले फसल वर्ग के लिये गठित जर्मप्लास्म परामर्श-समिति का सदस्य नामान्कित किया गया।
- डा0 एन. विजयन नायर, निदेशक को 22.01.2010. से 3 वर्ष के लिये पी.पी.वी. एण्ड एफ.आर.ए. में विज्ञानिक परामर्श-समिति का सदस्य नामान्कित किया गया।
- डा0 एन. विजयन नायर, निदेशक को 24.07.2009. से 3 वर्ष के लिये या अगले आर्डर तक केरल कृषि विश्वविद्याल्य, थ्रिस्सुर के प्रबंधन मण्डल में आई.सी.ए.आर. के प्रतिनिधि के रूप में नामान्कित किया गया।